23.9.10

माताश्री और पत्नीश्री

बंधुओं, प्रस्तुत है दृश्य-पटलों (slide show) पर मेरी नई कविता.कृपया इसे
full screen mode पर देखिये और आनंद लिजिये.

7.9.10

पति-पत्नी

बंधुओ,अभिवादन.एक रूठे हुऐ पति-पत्नी के मन की बातें हमने सुनी, आपकी क्या राय है पत्नी सही है या पति? अपनी अमूल्य टिप्पणियों द्वारा अवगत करायें.आनंद लिजिये.
पति उवाच
मैं घर आया
वो टी.वी. देख रही थी
उसने मुझसे
चाय तो चाय
पानी तक का नहीं पूछा
मैं गुस्सा गया
टी.वी. बंद कर दिया
अगर वो मुस्कुरा कर
चाय-पानी पूछ लेती
तो...
मैं कहता कोई नहीं
तुम टी.वी. देखो
मैं दस मिनट ठहर जाता हूं
मेरी तो कदर ही नहीं
क्या पत्नी मिली है
पत्नी उवाच
वो घर आये
मैं टी.वी. देख रही थी
उन्होने मुझसे
बात तक नहीं की
टी.वी.बंद कर दिया
मैं गुस्सा गयी
अगर वो मुस्कुरा कर
कहते चाय पिला रही हो क्या?
तो...
मैं सोचती कोई नहीं
कल रीपीट देख लूंगी
चाय बनाती पिलाती
नाल गर्म पकौड़े खिलाती
मेरी तो कदर ही नहीं
क्या पति मिला है
 
चिट्ठाजगत IndiBlogger - The Indian Blogger Community
www.blogvani.com